
सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी क्यों की?
सुशांत सिंह राजपूत के मृत्यु के कणों में वर्तमान कारण उनकी मानसिक स्थिति खराब होना था ,उनका इलाज एक सैकियाट्रिक के यहां चल रहा था उन्हें 2015 से सिर्फ़ 3 घण्टे नींद आती थी , वो दवा लेकर नींद को बढ़ाते थे ,पर दवा का असर भी अब कम हो रहा था । वो लगातार नींद न आने से परेशान थे। वो पर्याप्त नींद को लाने के लिए योग और ध्यान करते थे साथ मे जिम में भी पसीना बहाते थे ,जिससे तनाव कम होने और थकान के बाद पर्याप्त नींद आये ,वो अच्छी तरह सोना चाहते थे। पर इन सब उपायों के बाद नींद में कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं हुई,अब उनको लग रहा था कि किसी भी प्रकार अब नींद नही बढ़ पाएगी।
आप सब जानतें हैं और शायद आजमाया भी होगा यदि किसी व्यक्ति को काम के बोझ के कारण यदि एक सप्ताह तक हर दिन सिर्फ 5 घण्टे सोना पड़े तो उसके हर कार्य मे नींद दखल देने लगती है ,उसकी स्मरण शक्ति ह्रास होने लगती है , सिर चकराने लगता है , जब रोग का इलाज कोई डॉक्टर भी नहीं कर पाता तो वो बन्दा हार जाता है ।
उन्होंने अपने मित्र से तीन दिन पहले बताया था कि वो ठीक है पर अब दवा लेना बंद कर रहे है ,जब आप एका एक डिप्रेशन की दवाएं बन्द करेंगे तो डिप्रेशन की गहराई में चले जायेंगे जैसे कोई आदमी नदी में डूब रहा हो और बचने के कोई साधन न दिखे ।
इसी बीमारी से उनको फ़िल्म मिलना भी बंद हो गई होंगी ,जिसके कारण पीठ पीछे लोंगों ने उन पर टिप्पणी करना शुरू किया।कई प्रोड्यूसर सलमान खान ,बालाजी ,और टी सीरीज ने उनको किसी भी फ़िल्म में लेने से बैन लगा दिया था।
इस मानसिक स्थिति से उबरने के लिए उनके पिता सहारा बन सकते थे परंतु वो मुम्बई से दूर राजीव नगर पटना में थे ,क्योंकि जब व्यक्ति को माता की याद आये और वो डिप्रेशन में है तो पिता ही उसको ढांढस बंधा सकते हैं ।
2002 में सुशान्त को अपनी माता के निधन से असीम पीड़ा हुई थी क्योंकि वह उनसे बहुत प्यार करते थे उस समय उनकी उम्र 16 साल की थी, वही सदमा उनके अन्तः मस्तिष्क(अचेतन दिमाग) में घुसा रहा ,जब वो डिप्रेस में गए तो उनको माता याद आई चूंकि वो इस दुनिया में नही है इसलिए सुशांत ने भी उनके पास जाने का निश्चय कर लिया पूर्ण शांति के लिए।
सुशांत का फिल्मी करियर शुरू हुआ 2006 से जब वो छोटे रोल करते थे , नैस्ले के विज्ञापन में दिखे थे और उन्होंने पवित्र रिश्ता सीरियल के जरिये दर्शकों के बीच मे जगह बनाई ,उन्होंने कई पो छे ,छिछोरे , केदारनाथ , पीके में ,ms धोनी से पहचान बढ़ाई।
इसी सफलता के सीढ़ियों में चढ़ते हुए साथ साथ कुछ प्रेम प्रसंग भी आएं , उनके अविवाहित जीवन मे तीन लड़कियों के साथ लिव इन मे रहने का अवसर मिला ,फिर ब्रेक अप हुआ , आत्महत्या के कारणों में विवाहित जीवन मे हुआ ब्रेकअप तनाव का कारण भी बनता है सभी जानते है लड़कियाँ पुरुष के दिमाग मे तनाव फैलाती है यदि ब्रेकअप होता है। कई वर्ष तक जब दो जोड़े एक साथ एक घर मे रहते है तो कहीं न कहीं वो एक दूसरे से जुड़ जाते हैं , कहीं न कहीं फिर अचेतन मन मे उनकी भवनाये कब्जा जमाती हैं , फिर भी कैसे लोग ब्रेक अप करते हैं ,लाइव इन मे यही कमी होती है कि इसमें समाज का कोई व्यक्ति उनके आपसी मन मुटाव को कम करने में बिल्कुल मदद नहीं करता क्योंकि वास्तव में ये शादी नही एक कांट्रेक्ट रिश्ता होता है।
उनकी बिजनेस मैनेजर दिशा का पांच दिन पूर्व बहुमंजिला इमारत से कूद कर आत्महत्या से इनकी आत्महत्या भी जुड़ सकती है हो सकता है कि सुशांत का उनकी मैनेजर दिशा से अफ़ेक्शन (चाहत) रहा हो ,और उसकी आत्महत्या को सुशांत बर्दाश्त न कर पाए हों।
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