जहां से तेरा दिल चाहे,
वहां से मेरी जिंदगी को पढ़ ले,
पन्ना चाहे कोई भी खुले,
हर पन्ने पर नाम तेरा ही होगा
तेरे ख्याल से खुद को छुपा के देखा है,
दिल-ओ-नज़र को रुला-रुला के देखा है,
तू नही तो कुछ भी नही है तेरी कसम,
मैंने कुछ पल तुझे भुला के देखा है।
हुस्न-ए-बेनजीर के तलबगार हुए बैठे हैं,
उनकी एक झलक को बेकरार हुए बैठे हैं,
उनके नाजुक हाथों से सजा पाने को,
कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं।
चाहत बन गए हो तुम,
कि आदत बन गए हो तुम,
हर सांस में यूं आते जाते हो
जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम।
वो मोहब्बत जो तुम्हारे दिल में है,
उसे जुबान पर लाओ और बयां कर दो,
आज बस तुम कहो और कहते ही जाओ,
हम बस सुने ऐसे बे-जुबान कर दो।
बसा ले नज़र में सूरत तुम्हारी,
दिन रात इसी पर हम मरते रहें,
खुदा करे जब तक चले ये साँसे हमारी,
हम बस तुमसे ही प्यार करते रहें ॥
क्या क्या तेरे नाम लिखूं,
दिल लिखूं की जान लिखूं,
आंसू चुराके तेरी प्यारी आंखों से,
अपनी हर खुशी तेरे नाम लिखूं
मेरी इबादत का कोई वक्त,
मुकर्रर नही होता…
तुम ख्यालों में आते हो..
हम सजदे में बैठ जाते हैं..!!!
मुसाफर इश्क़ का हूं मैं,
मेरी मंज़िल मुहब्बत है,
तेरे दिल में ठहर जाऊं,
अगर तेरी इजाज़त है।
ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत,
सब फ़रेब के आईने हैं,
हाथों में तेरा हाथ होने से ही,
मुकम्मल ज़िन्दगी के मायने हैं।
मैं बन जाऊं रेत सनम,,
तुम लहर बन जाना…
भरना मुझे अपनी बाहों में,
अपने संग ले जाना..!!
सुबह में देखूं शाम में देखूं,
तेरा प्यारा सा चेहरा मैं चाँद में देखूं,
तेरे हुस्न की क्या तारीफ करूं मैं
तेरा चेहरा मैं सारे जहां में देखूँ
मोहब्बत में नशा तेरे इंतजार का है,
इस दिल में नशा तेरे दीदार का है,
ना होश में ला मुझे मदहोश ही रहने दे,
मेरे इन नैनो में नशा तेरे प्यार का है…
अगर आप इस तरह की स्टोरीज पढ़ना चाहते हैं तो निचे क्लिक करें।