स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के इतिहास को जानिये | State Bank of india history in hindi (SBI)

WhatsApp Group Join Now

State Bank Of India History In Hindi : State bank of india भारत का सबसे बड़े banks में से एक है और चूँकि यह पब्लिक सेक्टर bank है इसलिए कभी कभी हमने यह कहते हुए भी लोगो को सुना है कि सरकारी bank है इसलिए सुविधाये और कस्टमर सर्विसेज में कमी होगी ही लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि धीरे धीरे हालात बदल रहे है और banking के तरीके भी और देखा जाये तो स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ऐसा बैंक है जिसकी आपको करीब करीब हर जगह ब्रान्चेस मिल ही जाएगी और ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसका इतिहास बेहद पुराना है तो चलिए state bank of history के बारे मे थोड़ी और बात कर लेते है |

स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के इतिहास को जानिये
State Bank Of India History In Hindi

 

State Bank of india history in hindi (SBI)

State Bank of india के बारे में सबसे खास बात ये है कि जिस स्टेट बैंक को हम आज जानते है वो सबसे पहले Bank of Hindustan के रूप में 1770 में खोला गया उसके बाद इसे धीरे धीरे तीन शाखाओं में अलग अलग कर दिया गया जो कुछ इस तरह से है

  • 1806- Bank of Bengal.
    1840-Bank of Bombay.
    1843-Bank of Madras.

1921 में मर्ज के बाद इन तीनो banks को एक साथ “ Imperial bank of India” कहा गया और जिसे बाद में 1 जुलाई 1955 को “ State bank of India “ के नाम से बदल दिया गया और आज हम इसे इसी नाम से जानते है |

अब एक शानदार सवाल जो कभी कभी हमे देखने को मिलता है कि sbi को  एक nationalized bank क्यों नहीं कहा जाता है तो वो इसलिए क्योंकि nationalized bank की श्रेणी वो bank आते है जो एक प्राइवेट bank होते है लेकिन जब सरकार उसमे से 50% से अधिक हिस्सेदारी लेती है

Also Read :   उत्तरी कोरिया के इतिहास के बारे में जानिए | North korea history in hindi

तो वह bank पब्लिक सेक्टर बैंक या nationalized bank कहलाते है और चूँकि SBI कभी भी private bank नहीं था क्योंकि जब हमारे यंहा अंग्रेजों का राज था तो यह अंग्रेजो के अंडर था और बाद में इसे हमारी सरकारी के अधीन आना पड़ा तो हम कह सकते है कि जब यह एक private bank था ही नहीं तो इसे nationalized bank की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता |

1959 में SBI ने Subsidiary Banks Act पास किया और जिसके बाद इसके अपनी सहयोगी बैंक के तौर पर 8 नये banks का गठन किया जो प्रारम्भ में क्षेत्रीय स्तर पर सक्रिय होने के लिए थी और वो सहयोगी banks है State Bank of Bikaner, State Bank of Jaipur, State Bank of Hyderabad, State Bank of Indore, State Bank of Patiala, State Bank of Mysore, State Bank of Saurashtra andState Bank of Travancore. और इन्हें सम्मिलित तौर पर Associate Banks of SBI  कहा जाता है |

1963 में स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर और स्टेट बैंक ऑफ़ जयपुर को आपस में मर्ज कर दिया गया और एक ही बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर और जयपुर बना दिया गया | बाद में 2008 and 2010 में क्रम से स्टेट बैंक ऑफ़ सौराष्ट्र और स्टेट बैंक ऑफ़ इंदौर को मूल SBI बैंक में ही विलय कर दिया गया |

State bank of india के विदेशों में कारोबार की बात करें तो SBI की कुल 137 से ज्यादा ऑफिस के साथ 32 देशो में इसका कारोबार है और चूँकि अभी सभी सहयोगी banks के साथ sbi के साथ विलय होने पर सरकारी और बैंक ऑफिसियल सहमत है इसलिए इसके बाद sbi और भी अधिक शाखाओं के साथ एशिया के बड़े banks में शामिल हो जायेगा | 

Also Read :   हिमालय के ऊपर से विमान क्यों नहीं उड़ाए जाते हैं?

साथ State Bank of india history में कभी भी 7th October 2013, तक कोई महिला चेयरपर्सन नहीं रही है लेकिन यह रिकॉर्ड Arundhati Bhattacharya के चेयरपर्सन बनने के साथ टूट गया जिन्हें फोर्ब्स मैगजीन ने विश्व की 36th सबसे ताकतवर महिला के रूप में जगह दी है |

ना केवल  state bank of india को 2013 का सबसे बेस्ट पब्लिक सेक्टर बैंक बताया गया है और 2014 में सबसे बड़ा बल्कि विश्व में 29th rank फोर्ब्स ने इस उन कम्पनी की लिस्ट में दी है कि जो कि सबसे अधिक भरोसे लायक है |

तो ये है State Bank of india history in hindi और इस बारे में अधिक जानकारी या सलाह के लिए आप हमे ईमेल कर सकते है और हमसे hindi history updates पाने के लिए आप हमे फेसबुक पर फॉलो कर सकते है या फिर नीचे दिए गये घंटे के निशान पर भी क्लिक कर सकते है |

यह भी पढ़ें : राष्ट्रपति भवन का शानदार इतिहास जानिए

Rate this post

ReadHindiMei: We provides interesting aricles in Hindi on various topics like Entertainment, Festivals, Education, Shayari,Quotes, Science, Technology etc.

Leave a Comment