ससुराल में सभी अपनी लड़की से बहुत से साथीदारी और आदर्श बहू बनने की ख्वाहिश रखते हैं। विशेष रूप से सास को छोटी-छोटी बातों पर गंभीरता से ध्यान देने की आदत होती है।

अब बहुत सामान्य हो गया है कि लड़कियां अपने विवाह के बाद अक्सर अपने पति के साथ अलग रहने शुरू कर देती हैं, यह एक तंगी पति या उनके नौकरी के कारण हो सकता है। लेकिन ससुराल से दूर रहकर लड़कियों के लिए सबसे बड़ी प्रश्नचिन्ता यही होती है कि वे खुद को एक अच्छी बहू साबित करें। विश्वास किया जाता है कि अगर एक लड़की अपनी सास के दिल को जीत लेती है, तो ससुराल में उसका आगे का सफर आसान हो जाता है। हालांकि, इसके विपरीत परिस्थिति में पति-पत्नी के रिश्ते में तकलीफें उभरने लगती हैं।
इस संदर्भ में, रिलेशनशिप कोच और प्रिडिक्शन्स फॉर सक्सेस के संस्थापक विशाल भारद्वाज द्वारा बताया गया है कि जब तक एक लड़की अपने मायके में होती है, वह खुले दिल से बेटी की भूमिका में रह सकती है। लेकिन जब उसे विवाहित होने के बाद पत्नी और बहू की स्थानिका प्राप्त होती है, तो उसे नए घर को संभालने की जिम्मेदारी संभालनी पड़ती है। इस दबाव के तहत, इस काम को सबके लिए अच्छे से कर पाना कठिन होता है। हालांकि, हर लड़की चाहती है कि ससुराल में सभी उससे खुश रहें। यद्यपि इसके लिए कोई स्टेप-बाय-स्टेप तकनीक नहीं है, लेकिन कुछ मूलभूत बातों का ध्यान रखकर इस कार्य को सुगम बनाया जा सकता है।
हमेशा अपनी सोच सकारात्मक रखें

जीवन में हर कार्य को सकारात्मक सोच के साथ करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, शादी के बाद लड़कियों को अपने नए जीवन को आत्मविश्वास और सकारात्मक माइंडसेट के साथ आरंभ करना चाहिए। ससुराल में किसी भी व्यक्ति के प्रति पूर्वाग्रह नहीं बनाकर आगे बढ़ें। इसके साथ ही, खुद पर पूरा भरोसा रखें कि आप सभी कामों को संभाल सकेंगी।
हमेशा सबका सम्मान करें

पति, सास-ससुर और अन्य परिवार के सदस्यों का सम्मान करना, एक अच्छी बहू होने के लिए सबसे महत्वपूर्ण गुण है। यह संभव होता है जब आप सास-ससुर को अपने माता-पिता और घर के छोटे सदस्यों के समान देखते हैं।
इसका कारण यह है कि इससे आपके संस्कार और आपकी पहचान का पता चलता है। इसलिए, किसी भी परिस्थिति में, ससुराल में अपने बड़ों का अपमान नहीं करना चाहिए।
अपने ससुराल के रीति-रिवाजों को अपनाएं

ससुराल के तौर तरीके और रीति-रिवाज मायके से थोड़ा अलग हो सकते हैं। इस परिस्थिति में, हमें किसी भी चीज को मानने से रोकने या ससुराल के अनुसार नहीं करने से बचना चाहिए।
एक अच्छी बहू बनने के लिए हमें अपने पति के घर की नई संस्कृति के रंग में रंगने की आवश्यकता होगी, और उसके साथ अच्छी तरह से समायोजन करना होगा। यदि किसी कारणवश इसमें कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो हमें अपनी सास की सहायता लेनी चाहिए और उन्हें प्यार और समझदारी से अपनी बात समझानी चाहिए।
घर के सभी सदस्यों का ख्याल रखें

एक अच्छी बहू वही लड़की बनती है जो ससुराल के सभी सदस्यों का ध्यान रखती है। इसके लिए आपको दिनभर काम करने की ज़रूरत नहीं है। आप उनके सुख-दुख में सहायता करके, उनसे खुले दिल से बातचीत करके, उनके विशेष दिनों को ध्यान देकर भी एक गहरी बॉन्डिंग बना सकती हैं।
अपनी हर समस्या को बातचीत से सुलझाएं

विवाह के बाद, कई रिश्ते बदल जाते हैं। माता-पिता अक्सर अपने बेटे के प्रति पेशिव हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि उनका बेटा उनके प्रति कम ध्यान दे रहा है और अपनी पत्नी पर ज्यादा ध्यान दे रहा है।
इस तरह की स्थिति में, अगर कोई असुविधा या मनमुटाव होता है, तो एक अच्छी बहू होने के नाते आपको शांत रहना चाहिए। आपको तत्काल प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए और समय पर और समझदारी से अपनी बात रखनी चाहिए।
अपने पहनावे पर जरूर का ध्यान रखें

हर परिवार अपनी अलग पहचान रखता है। कुछ घरों में पहनावा के मामले में कोई प्रतिबंध नहीं होता, जबकि कुछ ऐसे घर भी होते हैं जहां पहनावा एक महत्वपूर्ण मुद्दा होता है।
इसलिए, एक अच्छी बहू बनने के लिए आपको अपने नए परिवार के संस्कृति को समझना महत्वपूर्ण है। ध्यान दें कि आप ऐसे पहनावे को चुनें जो आपके मान-सम्मान को कमी नहीं पहुंचाते और किसी भी घर के सदस्य को दुखी नहीं करते हैं।
FAQs
एक अच्छी बहू में क्या गुण होने चाहिए?
अच्छी बहू में संवेदनशीलता, समझदारी, सम्मान और पारिवारिक संबंधों का समर्पण होना चाहिए।
मैं एक आदर्श बहू कैसे बन सकती हूं?
आप एक आदर्श बहू बनने के लिए सत्य, उदारता, धैर्य और संयम के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकती हैं।
एक बहू को क्या कर्तव्य निभाना चाहिए?
एक बहू को अपने पति और ससुराल की सेवा करनी चाहिए, साथ ही पारिवारिक जीवन में सहयोग, प्रेम और सम्मान दिखाना चाहिए।
अच्छी बहू कैसे पाएं?
अच्छी बहू पाने के लिए आपको आदर्श मानसिकता, सामाजिक क्षमता और संवेदनशीलता के साथ पति और ससुराल के साथ अच्छे संबंध बनाने की कोशिश करनी चाहिए।